आखरी अपडेट: 01 जनवरी, 2023, 16:58 IST
हुसैन दलवई ने अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों के लिए मौलाना आज़ाद नेशनल फेलोशिप और प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना को बहाल करने के लिए केंद्र से अपील की है (प्रतिनिधि छवि)
हुसैन दलवई ने कहा कि अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से बौद्धों और मुसलमानों के बीच साक्षरता दर, समुदायों के भीतर व्याप्त गरीबी के कारण काफी कम है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हुसैन दलवई ने केंद्र से अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों के लिए मौलाना आज़ाद नेशनल फेलोशिप और प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना को बहाल करने की अपील की है।
पूर्व राज्यसभा सदस्य दलवई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में कहा कि प्री-मैट्रिक स्कॉलरशिप को इस साल से संशोधित किया गया है और केवल कक्षा 9 और 10 के छात्रों के लिए लागू किया गया है, जबकि मौलाना आजाद फेलोशिप योजना को बंद कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि इन दोनों फैसलों से अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
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दलवई ने कहा कि समुदायों में व्याप्त गरीबी के कारण अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से बौद्धों और मुसलमानों के बीच साक्षरता दर काफी कम है।
इन समुदायों के गरीब माता-पिता अपने बच्चों को स्कूलों से बाहर निकालने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि मुस्लिम लड़कियों की साक्षरता दर में भारी गिरावट आएगी।
दलवई ने कहा कि छह अल्पसंख्यक समुदायों के लिए प्री-मैट्रिक स्कॉलरशिप में कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों को शामिल किया जाना चाहिए और मौलाना आजाद नेशनल फेलोशिप को बहाल किया जाना चाहिए।
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