आखरी अपडेट: 06 जनवरी, 2023, 11:08 पूर्वाह्न IST
कार्डियोलॉजी संस्थान के कंट्रोल रूम के अनुसार गुरुवार को इमरजेंसी व ओपीडी में 723 हृदय रोगी आए। (पीटीआई फाइल फोटो)
डॉक्टरों के मुताबिक ठंड में ब्लड प्रेशर का अचानक बढ़ जाना और खून का थक्का जमना हार्ट अटैक और स्ट्रोक का कारण बन रहा है
उत्तर प्रदेश में शीतलहर दिन पर दिन घातक होती जा रही है।
कानपुर में गुरुवार को हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक से 25 लोगों की मौत हो गई।
इनमें से 17 लोगों की चिकित्सा सहायता मिलने से पहले ही मौत हो गई।
डॉक्टरों के मुताबिक ठंड में ब्लड प्रेशर का अचानक बढ़ जाना और खून का थक्का जमना हार्ट अटैक और ब्रेन अटैक का कारण बन रहा है।
कार्डियोलॉजी संस्थान के कंट्रोल रूम के अनुसार गुरुवार को इमरजेंसी व ओपीडी में 723 हृदय रोगी आए।
इनमें से 41 मरीज जिनकी हालत गंभीर थी, उन्हें भर्ती किया गया। गंभीर हालत में अस्पताल में इलाज करा रहे सात हृदय रोगियों की ठंड के कारण मौत हो गई। इसके अलावा 15 मरीजों को मृत अवस्था में इमरजेंसी में लाया गया।
कार्डियोलॉजी के निदेशक प्रोफेसर विनय कृष्ण ने कहा कि इस मौसम में मरीजों को ठंड से बचाना चाहिए।
लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के एक फैकल्टी मेंबर ने कहा, ‘इस ठंड के मौसम में हार्ट अटैक केवल बुजुर्गों तक ही सीमित नहीं है। हमारे पास ऐसे मामले हैं जब किशोरों को भी दिल का दौरा पड़ा है। हर किसी को, चाहे वह किसी भी उम्र का हो, गर्म रहना चाहिए और जितना हो सके घर के अंदर ही रहना चाहिए।”
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